
भिक्षा वृत्ति रोकने हेतु ओंकारेश्वर में राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग के अध्यक्ष ने ली बैठक,
तीर्थ स्थानों के साथ ही जिले में बाल भिक्षावृत्ति पर नई रणनीति तैयार करने और पुनर्वास पर विशेष जोर
ओंकारेश्वर, खंडवा ।। मध्य प्रदेश राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग के अध्यक्ष द्रविड़ मोरे की अध्यक्षता में एक महत्वपूर्ण बैठक का आयोजन तीर्थ नगरी ओंकारेश्वर में किया गया। माननीय अध्यक्ष द्रविड़ मोरे ने कहा कि “बाल भिक्षावृत्ति समाज पर एक कलंक है, और इसके उन्मूलन के लिए जन जागरूकता अभियान चलाना बेहद जरूरी है।” साथ ही बाल आशीर्वाद और बाल स्पॉन्सरशिप योजना से जरूरतमंद बच्चों को अधिक से अधिक संख्या में जोड़ने की बात कही, समाजसेवी सुनील जैन ने बताया कि बैठक में जिला बाल कल्याण समिति के अध्यक्ष प्रवीण शर्मा के साथ समिति सदस्य मोहन मालवीय रुचि पाटिल कविता पटेल स्वप्निल जैन एवं किशोर न्याय बोर्ड के सदस्य पन्ना गुप्ता, कल्पना जायसवाल उपस्थित रहे, बैठक का मुख्य उद्देश्य प्रदेश के तीर्थ स्थानों और आगामी आने वाले त्योहारों में लगने वाले मेलो में बाल भिक्षा वृत्ति करवाने वाले लोगों पर सख्त कार्यवाही करने का निर्देश दिया साथ ही बढ़ती बाल भिक्षावृत्ति को रोकने के लिए प्रभावी उपायों पर विचार करना था। बाल कल्याण समिति अध्यक्ष प्रवीण शर्मा ने बताया कि ऐसे बालकों की पहचान कर पुनर्वास की दिशा में ठोस पहल की जाएगी, ताकि उन्हें भिक्षा वृत्ति से मुक्ति दिलाई जा सके और समाज की मुख्यधारा से जोड़ा जा सके। बैठक में यह भी निर्णय लिया गया कि ऐसे बच्चों के लिए शिक्षा, स्वास्थ्य और पोषण से जुड़े कार्यक्रमों को प्राथमिकता दी जाएगी। साथ ही, प्रशासनिक स्तर पर समाजिक संगठनों एवं पुलिस के सहयोग से संयुक्त कार्रवाई की जाएगी। इस पहल से जिले में बाल संरक्षण के क्षेत्र में नए आयाम स्थापित होने की उम्मीद जताई जा रही है। बैठक में सीडीपीओ राजेंद्र सोलंकी, बाल संरक्षण अधिकारी टीका सिंह बिल्लौरे एवं पुनासा परियोजना की सुपरवाइजर सहित आंगनवाड़ी कार्यकर्ता सहायिका मौजूद रही।